tag:blogger.com,1999:blog-8541976845351444163.post5813713309887419102..comments2023-10-22T21:14:22.947+05:30Comments on इर्द-गिर्द: किसानों के 'महात्मा' टिकैत का जानाHari Joshihttp://www.blogger.com/profile/13632382660773459908noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-8541976845351444163.post-89837433457090494852013-08-14T12:33:38.954+05:302013-08-14T12:33:38.954+05:30Tikait se bada kisan neta aaj tk koi ni hua aur na...Tikait se bada kisan neta aaj tk koi ni hua aur na hi hoga baba tikait amr rheAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/10858303254878908191noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8541976845351444163.post-70628917194790739562013-08-14T12:32:27.417+05:302013-08-14T12:32:27.417+05:30Tikait se bada kisan neta aaj tk koi ni hua aur na...Tikait se bada kisan neta aaj tk koi ni hua aur na hi hoga baba tikait amr rheAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/10858303254878908191noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8541976845351444163.post-60378424603369417582012-04-14T18:28:24.159+05:302012-04-14T18:28:24.159+05:30स्वर्गीय चौ . महेंद्र सिंह टिकैत के बारे मे जो क...स्वर्गीय चौ . महेंद्र सिंह टिकैत के बारे मे जो कुछ भी कहा जाय बहुत कम है वे किसानो के सच्चे मसीहा के रूप मे हमेशा किसान जगत की समस्याओ और उनके अधिकारों की प्राप्ति के लिए हर एक त्याग करने को तत्पर रहे है /<br />उन्होंने अपना पूरा जीवन किसानो के हितो की रक्षा के लिए समर्पण कर दिया और भारतीय किसान जगत मे एक महान नायक के रूप मे जाने गए / पूरे जीवन अराजनेतिक रहने के बाद भी उन्होंने किसानो और मजदूरों की हर एक समस्या का समाधान करने के लिए बड़े बड़े संघर्ष व् आन्दोलन किये और कभी भी किसी राजनेतिक पद के पर्लोभन मे नहीं आये/ उनमे साह्स और स्वाभिमान कूट कूट कर भरा था / वे अपने जीवन मे किसी भी गंभीर परस्थिति मे भी नहीं घबराये / वे वास्तव मे शेर थे / वे वास्तव मे धरतीपुत्र थे / मैं इस महापुरुष किसान मसीहा चौ. महेंद्र सिंह टिकैत को सत सत नमन करता हूँ /<br /> <br /> अमित सिंह तोमरAmit Singhnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8541976845351444163.post-26575396765391345762011-06-28T12:39:20.383+05:302011-06-28T12:39:20.383+05:30टिकैत जी के विषय में उनके संघर्ष के विषय में क...टिकैत जी के विषय में उनके संघर्ष के विषय में कहने की बात नहीं प्रत्यक्ष देखा है इस जमीनी लड़ाई को ..किसानो के मसीहा को कोटि कोटि अभिनन्दन....जोशी जी लेख के लिए आभार...!!!अनुभूतिhttps://www.blogger.com/profile/17816337979760354731noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8541976845351444163.post-74831126665052612102011-05-24T20:36:40.079+05:302011-05-24T20:36:40.079+05:30टिकैत जैसा निर्लोभ जननायक आगे मिलना असंभव है - ज...टिकैत जैसा निर्लोभ जननायक आगे मिलना असंभव है - जबकि देश को उसी की ज़रूरत है.RISHABHAnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8541976845351444163.post-81848186679073619612011-05-23T12:16:06.645+05:302011-05-23T12:16:06.645+05:30निसंदेह टिकैत एक सर्वमान्य नेता थे किसानों के तो उ...निसंदेह टिकैत एक सर्वमान्य नेता थे किसानों के तो उसका मूल कारण यही था कि वे किसान का दर्द जानते थे और खुद किसान थे खेती करते थे ..हाँ मिलनसारिता का उनकी जबाब नहीं था सादगी इतनी कि पूछिए मत...उनकी कमी सदा ही खलेगी ...Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8541976845351444163.post-16222101023298807812011-05-20T07:41:48.210+05:302011-05-20T07:41:48.210+05:30अगर देखा जाए अजित सिंह ने कभी किसानो का न तो भला क...अगर देखा जाए अजित सिंह ने कभी किसानो का न तो भला किया और अगर कोई किसानो के भले के लिए आगे आया तो वो भी नहीं करने दिया.| अभी हाल में जब जंतर मंतर पर चौ. महेंद्र सिंह टिकैत ने गन्ने के लिए आन्दोलन किया तो अजित सिंह ने उसको ख़तम करने के लिए पूरा जोर लगा दिया जैसा की अजित ने जाट आन्दोलन के खिलाफ किया| अजित और उनके पुत्र जयंत दोनों ही टिकैत के अंतिम संस्कार पर नहीं गए इससे यही दर्शाता है के किसानो के मसीहा सिर्फ और सिर्फ टिकैत थे और कोई नहीं |Abhimanyu Singhhttps://www.blogger.com/profile/05674804610100614873noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8541976845351444163.post-1472469650891461572011-05-19T12:29:20.035+05:302011-05-19T12:29:20.035+05:30किसान नेता टिकैत जी भारतीय राजनीति के अभिन्न अंग थ...किसान नेता टिकैत जी भारतीय राजनीति के अभिन्न अंग थे और सदा रहेंगे|www.navincchaturvedi.blogspot.comhttps://www.blogger.com/profile/07881796115131060758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8541976845351444163.post-81982774817914539882011-05-18T20:28:17.770+05:302011-05-18T20:28:17.770+05:30वर्षों पहले कहीं पढ़ा था - मनुष्य जिस धरातल पर खड़ा ...वर्षों पहले कहीं पढ़ा था - मनुष्य जिस धरातल पर खड़ा है उससे एक सीधी चढ़ने पर वह महामानव बन जाता है।<br />मानव से महामानव बनना आसन बात नहीं है। इसमें काफी संघर्ष है, त्याग करने की भावना है और इन सबसे से बढ़ कर है अदम्य साहस की आवश्यकता। जिसमे ये सभी विशेषताए होती है वह व्यक्ति सबसे आगे निकलता हुआ महामानव बन जाता है, समाज, देश और विश्व इन के आगे नतमस्तक होता है। आज महात्मा टिकैत के बारे में आपका यह आलेख पढ़ कर ये पंक्तियाँ अनायास याद आ गयीं। अपने साहस, संघर्ष और त्याग की भावना के कारण चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत सदा हमारे दिलों में बसे रहेंगे। लेख के लिए आपको अत्यंत साधुवाद। बहुत दिनों के बाद आपी लेखनी चलनी शुरू हुई है, इसी तरह चलती रहे, यही कामना है। जय हो।Kumar Anilhttps://www.blogger.com/profile/16260839495059942302noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8541976845351444163.post-2940886816328490702011-05-16T23:02:49.462+05:302011-05-16T23:02:49.462+05:30किसान नेता चौधरी महेन्द्र सिंह टिकैत जी के बारे प...किसान नेता चौधरी महेन्द्र सिंह टिकैत जी के बारे पहले भी काफ़ी कुछ पढा ओर जाना था, आज फ़िर उन के जीवन के बारे आप ने बताया, धन्य्वाद,<br />चौधरी महेन्द्र सिंह टिकैत के निधन पर उन्हे नमन.राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8541976845351444163.post-56735169163101409532011-05-16T20:37:09.371+05:302011-05-16T20:37:09.371+05:30टिकैत को आज के अखबारो की सुर्खियो मे जिस तरह से मै...टिकैत को आज के अखबारो की सुर्खियो मे जिस तरह से मैने पढा मेरा रोम रोम खडा हो गया शायद वो अखबार अभी तक नही बना जो इस महान नेता कि बलिदानी का पूरा बखान कर सके क्योकि ये किसानो का मेरी नजर मे भगत सिह थे मै इन्हे शत् शत् नमन करता हूं मै एक पत्रकार हूं मै इस महान आत्मा से कभी ठीक से नही मिल पाया जो कि मुझे तमाम जिंदगी खलती रहेगी आज जब वो इस दुनिया में नही है तब भी मै उनके लिए समय नही निकाल पाया जो कि मेरी नौकरी की वजह से मजबूरी थी ............जोशी जी ये लेख मैन जनवाणी मे भी पढा लेकन अब इर्द गिर्द पर पढने के बाद लगता है कि जनवाणी ने ना तो आपके साथ अच्छा किया ना ही बाबा टिकैत के साथ जो कि ये लोगो की नजरो मे सिर्फ लेख ही नही था एक श्र्धांजलि भी थी जो कि जनवाणी वालो ने सबके साथ धोका किया है और जोशी जी आप को बार बार नमन करने को दिल चाह रहा है ......प्रवीण चौहान मेरठhttp://www.liveindia.tvnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8541976845351444163.post-13529798741139129962011-05-16T19:15:08.786+05:302011-05-16T19:15:08.786+05:30जिन्हें वास्तव में 'जमीन' से जुड़ा नेता कहन...जिन्हें वास्तव में 'जमीन' से जुड़ा नेता कहना चाहिए, वह टिकैत थे। उनके आन्दोलन की शुरुआत के दिनों में मेरी पोस्टिंग प्र॰ डा॰ शामली में थी। करमूखेड़ी बिजलीघर पर होने वाले 'दंगा-फसाद' को मैं समझता हूँ कि उनके अलावा कोई अन्य अनुशासित किसान आन्दोलन की सूरत नहीं दे सकता था। कमान अगर उनके जैसे सांस्कारिक हाथों में न होती तो प्रदेश सरकार के नौकरशाह भोले-भाले किसान-मजदूर युवकों को लुटेरा और झपटमार घोषित करके गोली से उड़ा देने का हुक्म सुना चुके होते और ग्रामीणजन पुलिस व पी॰ए॰सी॰ से भिड़ गये होते। परिणाम? लिखने की आवश्यकता नहीं है। किसान आन्दोलन के अलावा भी अपने क्षेत्र में उन्होंने विवाह और दहेज आदि पर अंकुश लगाने की सफल कोशिश की थी। उन्होंने दरअसल, उस पूरे इलाके में घर के बुजुर्ग की भूमिका निभाई जिसका उल्लेख अवश्य किया जानाचाहिए।बलराम अग्रवालhttps://www.blogger.com/profile/04819113049257907444noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8541976845351444163.post-49413707139873902602011-05-16T18:40:32.269+05:302011-05-16T18:40:32.269+05:30टिकैत को किसानों के हितों की लड़ाई के लिए लंबे समय...टिकैत को किसानों के हितों की लड़ाई के लिए लंबे समय तक याद किया जाएगा।डा0 अर्चना जैनhttp://www.mahilamanch.comnoreply@blogger.com