Tuesday, November 16, 2010

एक कविता मृत्यु के नाम

मृत्यु तू आना
तेरा स्वागत करूँगा

किन्तु मत आना
कि जैसे कोई बिल्ली
एक कबूतर की तरफ
चुपचाप आती
फिर झपट्टा मरती है यकबयक ही
तोड़ गर्दन
नोच लेती पंख
पीती रक्त उसका
मृत्यु तुझको
आना ही अगर है पास मेरे
तो ऐसे आना
जैसे एक ममतामयी माँ
अपने किसी
बीमार सुत के पास आये
और अपनी गोद में
सिर रख के उसका
स्नेह से देखे उसे
कुछ मुस्कुरा कर
फिर हथेली में
जगत का प्यार भर कर
धीरे से सहलाये उसका तप्त मस्तक
थपथपा कर पीर
कर दे शांत उसकी
और मीठी नींद में
उसको सुला दे

मृत्यु !
स्वागत है तेरा
जब चाहे आना

किन्तु मत आना
कि आता चोर जैसे
और ले जाता
उमर भर क़ी कमाई
तू दबे पाँव ही आना चाहती है
तो ऐसे आना
जैसे कोई भोला बच्चा
आके पीछे से अचानक
दूसरे की
अपने कोमल हाथ से
बंद आँख कर ले
और फिर पूछे
बताओ कौन हूँ मैं ?

तू ही बता
वह क्या करे फिर
मीची गई हैं आँख जिसकी
और जिससे
प्रश्न यह पूछा गया है
है पता उसको
कि किसके हाथ हैं ये
कौन उसकी पीठ के पीछे खड़ा है
किन्तु फिर भी
अभिनय तो करता है
थोड़ी देर को वह
जैसे बिल्कुल
जानता उसको नहीं है
और जब बच्चा वह
खुश होता किलकता
सामने आता है उसके
क्या करे वह ?
खींच लेता अंक में अपने
पकड़ कर
एक चुम्बन
गाल पर जड़ देता उसके

मृत्यु
तू भी इस तरह आये अगर तो
यह वचन है
तुझको कुछ भी
यत्न न करना पड़ेगा
मै तुझे
खुद खींच लूँगा
पास अपने
और
ऊँगली थाम
तेरी चल पडूँगा
तू जहाँ
जिस राह पर भी ले चलेगी

मृत्यु !
स्वागत है तेरा
जब चाहे आना

8 comments:

www.navincchaturvedi.blogspot.com said...

अच्छी कविता| ज़्यादातर लय का निर्वाह भी किया गया है इसमें, जो कि एक अच्छा प्रयोग है| ऐसी ही एक और लयात्मक अतुकान्त आधुनिक कविता पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
http://thalebaithe.blogspot.com/2010/11/blog-post_3600.html

महेन्‍द्र वर्मा said...

आना ही अगर है पास मेरे
तो ऐसे आना
जैसे एक ममतामयी माँ
अपने किसी
बीमार सुत के पास आये

बहुत सुंदर...एकदम मौलिक भावों को लेकर रची गई अत्यंत सशक्त कविता...बधाई स्वीकार करें।

Sunil Kumar said...

आना ही अगर है पास मेरे
तो ऐसे आना
जैसे एक ममतामयी माँ
अपने किसी
बीमार सुत के पास आये
सुंदर भावाव्यक्ति अच्छी लगी

Anamikaghatak said...

zabardast likha hai aapne

Amit Chandra said...

bhavukta se paripurna rachna. utkrist prastuti. aabhar.

Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून said...

सुंदर.
सत्यमेव जयते.

nityanand gayen said...

wah.

jaywant pandya said...

अद्भुत काव्य.

तकनीकी सहयोग- शैलेश भारतवासी

Back to TOP