हिंदी
में
कविता
सुनिए-
कौन
कहता
है
कि
हम
बड़े
हो
गए।
कोरोना
वायरस
पर
कविता
हमारी
सामाजिक
और
चारित्रिक
तस्वीर
को
उकेरती
है।आप
इर्द-गिर्द पर यह मर्मस्पर्शी हिंदी कविता सुनकर अपनी प्रतिक्रियाओं से जरूर अवगत कराइएगा और सोचिएगा कि कौन कहता है हम बड़े हो गए।
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