धारावाहिक महाभारत के दूर्योधन को कौन नहीं
जानता। बी आर चौपड़ा के इस महान धारावाहिक के जरिए पुनीत इस्सर यानी दुर्योधन हर
घर में पहुंच गए थे। अब फिर पुनीत इस्सर एक और ‘महाभारत’ के जरिए दर्शकों को
अभिभूत कर रहे हैं। बहुमुखी प्रतिभा के धनी इस्सर की यह महाभारत पर्दे पर नहीं
बल्कि रंगमंच पर है। अपने नए नाटक में वह फिर से एक बार दुर्योधन की भूमिका में
है। पर यह एक अलग दुर्योधन है जो दर्शकों को कुछ अलग सोचने पर विवश कर देता है। इस
नाटक के वह लेखक भी हैं, निर्माता-निर्देशक भी और दुर्योधन के रूप में एक अभिनेता
भी। अभी हाल में ओम संस स्कूल के वार्षिकोत्सव में उन्होंने इस नाटक के कुछ संवाद
सुनाए, जिन्हें हम यहां प्रस्तुत कर रहे हैं। हमें पूरी उम्मीद है कि आप इन
संवादों को पुनीत इस्सर से सुनकर उनके नाटक का अगला शो देखने को लालायित हो
उठेंगे। कार्यक्रम में उपस्थित महिलाएं जिस तरह से उनके एक-एक संवाद का करतल ध्वनि
से स्वागत कर रहीं थीं, वह यही दर्शाता है कि पुनीत का यह नाटक बेहद लोकप्रिय हो
सकता है।
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