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Sunday, June 21, 2020

सुनिए प्रेरक हिंदी कथा सपने में देखा, मुझे स्वर्ग में स्थान मिलना चाहिए




सुनिए प्रेरक हिंदी कथा सपने में देखा, मुझे स्वर्ग में स्थान मिलना चाहिए

रबी आरोन लीब की लिखी हिंदी में कहानी सुनिए और धर्म के मर्म और कर्म के फल को समझने की कोशिश कीजिए। हिंदी कथा सपने में देखा सपने में स्वर्ग के द्वार पर प्रवेश पाने को आतुर महान आत्माओं से शुरू होती है। धर्म के मर्म और कर्मफल को विश्लेषित करती है यह नीति कथा। उम्मीद है आप इस प्रेरक कथा को आत्मसात कर जीवनमूल्यों को समझने की कोशिश करेंगे क्योंकि हर व्यक्ति यही चाहता है कि मुझे स्वर्ग में स्थान मिलना चाहिए।

Classic YouTube Hindi channel Ird Gird present a moral story in hindi. This translated short story in Hindi is an excellent inspirational short story.

Saturday, June 13, 2020

इस शनिवार सुनते हैं निराला जी की लघुकथा सौदागर और कप्तान




इस शनिवार इर्द-गिर्द पर सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की हिंदी कहानी सुनिए। हिंदी साहित्य के पुरोधा सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की कहानी सुनाना शुरू करूं, उससे पहले यह बताना उचित ही होगा कि निराला जी महाकवि ही नहीं बल्कि कथा सम्राट भी थे। चलिए सुनते हैं उनकी लिखी लघुकथा- सौदागर और कप्तान। इस कहानी के मर्म में विपत्ति का अभ्यास वर्णित है।

Classic YouTube channel Ird Gird present a short story in Hindi by Suryakant Tripathi Nirala. Nirala Ji Ki likhee Laghukatha Suniye.



सौदागर और कप्तान / सूर्यकांत त्रिपाठी निराला

एक सौदागर समुद्री यात्रा कर रहा था, एक रोज उसने जहाज के कप्तान से पूछा, ”कैसी मौत से तुम्हारे बाप मरे?”

कप्तान ने कहा, ”जनाब, मेरे पिता, मेरे दादा और मेरे परदादा समंदर में डूब मरे।

सौदागर ने कहा, ”तो बार-बार समुद्र की यात्रा करते हुए तुम्हें समंदर में डूबकर मरने का खौफ नहीं होता?”

बिलकुल नहीं,” कप्तान ने कहा, ”जनाब, कृपा करके बतलाइए कि आपके पिता, दादा और परदादा किस मौत के घाट उतरे?”

सौदागर ने कहा, ”जैसे दूसरे लोग मरते हैं, वे पलंग पर सुख की मौत मरे।

कप्तान ने जवाब दिया, ”तो आपको पलंग पर लेटने का जितना खौफ होना चाहिए, उससे ज्यादा मुझे समुद्र में जाने का नहीं।

विपत्ति का अभ्यास पड़ जाने पर वह हमारे लिए रोजमर्रा की बात बन जाती है।


तकनीकी सहयोग- शैलेश भारतवासी

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