बेमिसाल
शायर
फ़ैज़
अहमद
फ़ैज़
के
6 शेर
या
6 अशआर
इर्द-गिर्द में प्रस्तुत हैं। उर्दू शायरी हिंदी में बेहद लोकप्रिय है और सोशल साइट्स पर स्टेटस वीडियो बहुत पसंद किए जाते हैं। इर्द-गिर्द पर प्रस्तुत ये बेमिसाल शेर आप अपने स्टेटस पर लगाकर अपने स्टेटस को क्लासिक बना सकते हैं। नीचे हमने आपकी सुविधा के लिए अशआर (शेर) और उनमें प्रयोग हुए कठिन शब्दों के हिंदी व अंग्रेजी अर्थ भी दिए हैं।
इक
गुल*
के
मुरझाने
पर
क्या
गुलशन**
में
कोहराम***
मचा
इक
चेहरा
कुम्हला****
जाने
से
कितने
दिल
नाशाद
हुए
*फूल, flower **बाग, garden ***हाहाकार या विलाप, Lamentation, weeping, crying aloud
****मुरझाना,
wilt
अब
जो
कोई
पूछे
भी
तो
उस
से
क्या
शरह-ए-हालात* करें
दिल
ठहरे
तो
दर्द
सुनाएँ
दर्द
थमे
तो
बात
करें
*हालात की व्याख्या, interpretation of circumstances
कब
ठहरेगा
दर्द-ए-दिल कब रात बसर* होगी
सुनते
थे
वो
आएँगे
सुनते
थे
सहर**
होगी
*sight, vision,
insight. दृष्टि,
नज़र **सबेरा, सुबह, morning
कब
तक
दिल
की
ख़ैर
मनाएँ
कब
तक
रह
दिखलाओगे
कब
तक
चैन
की
मोहलत**
दोगे
कब
तक
याद
न
आओगे
*राह, stay
**समय
सीमा,
respite, time, leisure
गर*
बाज़ी
इश्क़
की
बाज़ी**
है
जो
चाहो
लगा
दो
डर
कैसा
गर
जीत
गए
तो
क्या
कहना
हारे
भी
तो
बाज़ी
मात
नहीं
*अगर, if **शर्त, bet
वो
बात
सारे
फ़साने*
में
जिस
का
ज़िक्र
न
था
वो
बात
उन
को
बहुत
नागवार**
गुज़री
है
*कल्पित साहित्य, किस्सा, कहानी, stories
**अप्रिय, जो अच्छा न लगे, distasteful, unpleasant
क़फ़स*
उदास
है
यारो
सबा
से
कुछ
तो
कहो
कहीं
तो
बहर-ए-ख़ुदा आज ज़िक्र-ए-यार चले
*पिंजरा, देह, शरीर, cage, prison
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